स्वघोषित सम्राट के दावों की खुल गई पोल, संघ व हिन्दू संगठनों ने नहीं दिया है अपना समर्थन। - एक संदेश भारत

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मंगलवार, मई 24, 2022

स्वघोषित सम्राट के दावों की खुल गई पोल, संघ व हिन्दू संगठनों ने नहीं दिया है अपना समर्थन।

 स्वघोषित कथित हिन्दू हृदय सम्राट बड़बोले प्रत्याशी के झांसे से टंडवा मध्य क्षेत्र की जनता रहें सावधान।

संघ संगठन से जुड़े स्वयंसेवक व हिन्दू संगठन के हिन्दूनिष्ठ राष्ट्रवादी कार्यकर्ता रहें संगठन से निष्काषित ठग नेता से दुर।


प्रतीकात्मक तस्वीर। 


टंडवा (एक संदेश भारत डेस्क ): टंडवा प्रखंड मध्य क्षेत्र में पड़ने वाले टंडवा, गाड़ीलौंग, सराढू , राहम, डहु, बड़गांव इन छ: पंचायत क्षेत्र में झारखंड में हो रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के चौथे चरण के मतदान 27 मई 2022 दिन शुक्रवार को सम्पन्न होने हैं।


इस चुनावी समर में मध्य क्षेत्र से कुल 7 प्रत्याशी चुनावी मैदान में अपने-अपने तरकश के बाण चलाने को तैयार हैं और अपने जरूरत के हिसाब से जीत के समीकरण को साधने के लिए लागातार निशाना साध रहे हैं।


इन सब के बीच क्षेत्र में रिपोर्टींग के लिए हमारे दौरा के क्रम में यह जानकारी सामने आ रही है कि मध्य क्षेत्र से एक स्वघोषित कथित हिन्दु हृदय सम्राट स्वार्थी नेता अपने को संघ समर्थित प्रत्याशी के रूप पेश करने की कुत्सित प्रयास लगातार कर रहे हैं। 


जबकि इसके विपरीत उस स्वघोषित नेता का वर्तमान में संघ व संघ के किसी भी अनुषंगी संगठन से किसी भी प्रकार का संबंध या ताल्लुकात नहीं हैं। गौरतलब है स्वघोषित नेता पहले संघ के एक अनुषंगी हिन्दू संगठन में प्रदेश के दायित्व का निर्वहण कर रहे थे। जो कि पिछले लगभग दो वर्षों से अधिक समय से उन्हें उस संगठन से भी संघ व हिन्दू संगठन विरोधी गितविधियों में संलिप्त होने के पुख्ता सबुत संगठन के उच्च अधिकारियों के पास होने के कारण से उसे संगठन से निष्कासित कर दिया गया है।


इस स्थिति में उस स्वघोषित कथित सम्राट का संघ समर्थित प्रत्याशी होने का दावा कहीं से भी सत्य नहीं प्रतित हो रही है, चुंकी संगठन से निष्काषित किसी भी व्यक्ति को संघ अपना समर्थन नहीं दे सकती है, इसके बावजूद हमने इसकी पुष्टी के लिए जब संघ में महत्वपूर्ण दायित्व का निर्वहण कर रहे एक अधिकारी से बात कर समर्थन के विषय पर प्रश्न पुछा तो उन्होने नाम नहीं छापने के शर्त पर कहा की किसी भी स्थानिय निकाय के चुनाव में संघ किसी भी प्रत्याशी को अपना समर्थन नहीं देती है। 


हालांकी क्षेत्र के स्थिति परिस्थिति व राष्ट्रवाद के मुद्दों के आधार पर कार्यकर्ता किसे मतदान करना है, यह तय कर मतदान जरूर करते हैं। आगे उस अधिकारी ने कहा कि यदि संघ समर्थित प्रत्याशी होने का दावा किसी भी प्रत्याशी के द्वारा किया जाता है तो यह संघ विरोधी गतिविधि का हीं एक काम है, जिसका समय रहते क्षेत्र के जागरूक कार्यकर्ता पटाक्षेप कर समाज को सच्ची वस्तु-स्थिति से अवगत करा देंगे। 


इसके बाद हमने टंडवा के कुछ वरिष्ठ संघ स्वयंसेवकों व अधिकारियों से बात-चीत कर सच्चाई जानने का प्रयास किया तो इनलोगों ने कहा कि संघ ऐसे किसी भी प्रत्याशी को अपना समर्थन नहीं दिया है, जिस भी प्रत्याशी के द्वारा यह घोषणा किया जाता है वह सरासर झुठ है। 


अब इस परिस्थिति में संघ-संगठन से जुड़े नए कार्यकर्ताओं को स्वघोषित कथित सम्राट प्रत्याशी के द्वारा अपने राजनैतिक हित साधने और स्वार्थ की राजनिति को पुर्ण करने के लिए अपने झांसे में फंसाने का कार्य किया जा रहा है। जिससे की क्षेत्र के समस्त स्वयंसेवकों, हिन्दूनिष्ठ कार्यकर्ताओं व मतदाताओं को ऐसे प्रत्याशीयों से दुरी बनाकर रखने और उचित जरूरी प्रतिरक्षा के लिए कदम उठाने की जरूरत है।


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