राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने राहम पंचायत में मनाया गुरू पूर्णिमा उत्सव। - एक संदेश भारत

Breaking

Post Top Ad

Post Top Ad

रविवार, जुलाई 25, 2021

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने राहम पंचायत में मनाया गुरू पूर्णिमा उत्सव।


टंडवा/चतरा  : प्रखंड क्षेत्र के राहम में आषाढ़ पूर्णिमा सह गुरू पूर्णिमा के सुअवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने गुरू पूजन कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम में मुख्यअतिथि के रूप में संघ के हजारीबाग विभाग के सह विभाग कार्यवाह सह संत कोलम्बस कालेज में दर्शन शास्त्र के प्रोफेसर श्री प्रदीप कुमार जी व विशिष्ठ अतिथि के रूप में संघ के स्वयंसेवक व राहम पंचायत के मुखिया व मुखिया संघ के जिला अध्यक्ष श्री अक्षयवट पांडेय जी शामिल हुए।


गुरुपूर्णिमा उत्सव में शामिल स्वयंसेवक। 

इस मौके पर संबोधित करते हुए विशिष्ठ अतिथि अक्षयवट पांडेय ने कहा कि आज का गुरू पूर्णिमा का दिन सनात्तन हिन्दू धर्म में अतिविशिष्ठ महत्व है, चुंकी बीना गुरू के आप अपने जीवन के किसी भी क्षेत्र में आगे नहीं बढ़ सकते हैं चाहे वह आध्यात्मिकता और वर्तमान के भौतिकता के क्षेत्र में हो। साथ हीं उन्होने कहा कि संघ ने अपने स्थापना काल अनादिकाल से गुरू सत्ता का केन्द्र रहे भगवा ध्वज को गुरू के रूप में अंगीकार किया और अपने लक्ष्य को केन्द्रित करते हुए भारत माता को परम् वैभव तक पहुंचाने के लक्ष्य को निर्धारित किया है और उस लक्ष्य कि प्राप्ती के लिए लागातार 95 वर्षों से संघ अपने शाखाओं व अनान्य प्रकल्पों के माध्यम से हिन्दू समाज को संगठित प्रयासरत है। और इसके परिणाम 2014 के बाद से देश को प्रधानमंत्री के रूप में संघ प्रचारक श्री नरेन्द्र मोदी जी के आने के बाद आज पुरे विश्व में भारत माता की डंका बज रहा है और बहुत भारता विश्वगुरू के पद पर विराजमान होकर सुशोभित होंगी।


मुख्यअतिथि संबोधित में विस्तार से संघ के महत्व को बताया व बताया की संघ ने बहुत हीं विचार पूर्वक किसी व्यक्तिविशेष को गुरू की स्थापना नहीं कर अनादि काल से सनात्तन संस्कृति के आधार स्तंभ, देवी-देवताओं के ध्वज पत्ताका व त्याग व समर्पण का प्रतिक को अपने गुरू के रूप में मान्यता दी। यह भगवा ध्वज कोई सामान्य ध्वज नहीं यह परब्रह्म का प्रतिनिधित्व करने वाले विजय का प्रतिक या युं कहें तो यह भगवा ध्वज इस धन्यधरा साक्षात भगवान हैं। आगे उन्होनें कहा कि संघ का स्थापना हीं विभिन्न जाति मत पंथ में बंटे हिन्दू समाज को संगठित कर पुन: भारतीय संस्कृति के आधार स्तंभो के आधार भारत विश्वगुरू के पद पर विराजमान करने के लिए आम हिन्दू समाज को संगठित होना पड़ेगा। सभी जाति महान, सभी जाति समान के आधार पर उंच नीच छुआ-छुत को समाप्त कर धर्मांतरण के षड़यंत्रो के इस काले कुचक्र को समाप्त कर अपने हिन्दु सहोदर भाईयों को टुटने व बंटने से बचाना हम स्वयंसेवको का कर्तव्य है।


कार्यक्रम को सफल बनाने में टंडवा के खंड कार्यवाह शंभु कुमार राणा,जय कुमार सिंह,रामबालक,प्रिंस कुमार,ब्रजेश कुमार,लक्ष्मण शर्मा ने अहम् भूमिका निभाया। इस मौके पर हिन्दू जागरण मंच(युवा वाहिनी) के चतरा जिला अध्यक्ष बाल कृष्ण यादव, भाजपा किसान मोर्चा के चतरा उपाध्यक्ष राजमणी सिंह, वरिष्ठ नेता कामेश्वर पांडेय, बिजय पांडेय,अरूण पांडेय,विनय पांडेय ,परमानन्द पांडेय,पूर्व सौनिक डिजन पांडेय सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

Post Top Ad